9 जनवरी को राजगीर में भाजपा का प्रशिक्षण शिविर का आयोजन

बिहार में चल रहे राजनीतिक हलचल के बीच भाजपा अपनी टीम को मजबूत करने में जुटी है. इस कड़ी में पार्टी के नव नियुक्त ज़िला पदाधिकारीयों, प्रदेश पदाधिकारियों, नव निर्वाचित ज़िलाध्यक्षों को नीतीश कुमार के गृह ज़िला नालंदा में ट्रेनिंग दी जानी है. 9 जनवरी को भाजपा राजगीर (नालन्दा) में प्रशिक्षण शिविर का आयोजन करेगी. ये प्रशिक्षण शिविर कोरोना की वजह टलता आ रहा था. इस ट्रेनिंग को उस समय होना था जब संजय जायसवाल प्रदेश अध्यक्ष बने थे, लेकिन लगभग एक साल के बाद अब भाजपा का यह प्रशिक्षण शिविर नीतीश कुमार के गढ़ यानी नालंदा में ही आयोजित किया गया है.
इस शिविर में इस बात को लेकर चर्चा की जाएगी कि आने वाले समय में भाजपा की रणनीति क्या होगी, बिहार में भाजपा कैसे मज़बूत हो, संगठन को और धारदार कैसे बनाया जाए. इन तमाम मुद्दों पर चर्चा होगी. भाजपा से जो लोग जुड़े हैं उन्हें कैसे काम करना है इस पर भी ट्रेनिंग दी जाएगी. दरअसल अरुणाचल प्रदेश की राजनीतिक घटनाक्रम के बाद से भाजपा और JDU में कुछ खींचतान की खबरें आ रही थी जिस पर नीतीश कुमार ने सब कुछ ठीक है कह कर फ़िलहाल ब्रेक लगा दिया है लेकिन अब भाजपा के प्रशिक्षण शिविर राजगीर में करने पर कांग्रेस ने नीतीश कुमार को सावधान रहने को कहा है.
कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा कहते हैं कि नीतीश जी सावधान रहिएग़ा. जिस राजगीर में आप बैठक कर कई बड़े बड़े राजनीतिक फ़ैसले ले लेते हैं, वहीं आपके घर में भाजपा पदाधिकारियों का प्रशिक्षण शिविर लगा रही है. ट्रेनिंग तो आपके ख़िलाफ़ ही दिया जाएगा ना, ज़रा बच के रहिएगा कहीं भाजपा कोई बड़ा खेल ना कर दे आपके घर में ही बैठ कर.
कांग्रेस के इस चुटकी पर भाजपा प्रवक्ता अरविंद सिंह कहते हैं कि कांग्रेस संकुचित मानसिकता से ग्रसित है. देश में कही भी कोई भी बैठक कर सकता है. भाजपा भी राजगीर में कर रही है तो इसमें कोई राजनीतिक बात नहीं है. नीतीश कुमार हमारी सरकार के अगुआ हैं. सरकार अच्छे से कैसे काम करे इसे लेकर हम लोग मिल कर काम कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस को तो इससे परेशानी है इसी लिए वो इस तरह का आरोप लगा रही है.
JDU नेता अजय आलोक कहते हैं कि हर राजनीतिक पार्टी स्वतंत्र है कि वो कहीं भी कोई बैठक या शिविर लगाए, इसमें एतराज क्या है. नीतीश जी ने राजगीर को ऐसा बना दिया है की हर कोई राजगीर में जाना चाहता है. बिहार के तमाम पार्टियों ने कभी ना कभी राजगीर में शिविर तो लगाया ही है इसमें हर्ज क्या है.